5 Simple Statements About हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे Explained

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आयुर्वेद में सालो से हल्दी का इस्तेमाल दर्द निवारक दवाइयों के रूप में होता चला आ रहा है। इसे जोड़ों के दर्द को दूर रखने के साथ ही संक्रमण और फ्लू के खतरे को कम करने में कारगर माना जाता है। हल्दी के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण गठिया के दर्द और सूजन को भी ठीक करने में मदद करते हैं।

बड़े-बुजुर्ग कहते थे कि हल्दी में चूना मिला देने से हल्दी के गुण बड़ जाते है और ये बात सच भी है। हल्दी को चूने में मिलाकर अंदरूनी चोट या सूजन में लगाने से यह दर्द को खींच लेता है। चोट-घाव में हल्दी के फायदे

हल्दी का उपयोग आप फेसपैक और उबटन के तौर पर भी कर सकते हैं।

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• हल्दी और गुलाब पानी का लेप बनाकर अगर हम इसे सुबह-शाम सोयरायसिस हुए जगह पर लगाने से इसमें राहत मिलती है ।

हल्दी के फायदे त्वचा के लिए । termeric Advantages for skin –

हालांकि हल्दी दर्द से संबंधित अवधियों को कम करता है, लेकिन यह एक गर्भाशय उत्तेजक है जो मासिक धर्म के निर्वहन के मुक्त प्रवाह को बढ़ावा देता है। इस कारण से, गर्भावस्था के दौरान चिकित्सीय खुराक लेते समय हल्दी से बचा जाना चाहिए।

हल्दी और करक्यूमिन का सेवन करना फायदेमंद ही होता है लेकिन यह कुछ मामलों में नुकसानदायक भी हो सकती है। ज्यादा मात्रा में हल्दी लेने से संभावित जोखिम हो सकते है।

फेफड़ों के रोगों में हल्दी का सेवन फायदेमंद होता है जैसे अस्थमा की समस्या। हल्दी, अस्थमा में जमे हुए कफ को दूर करने में मदद करती है जिससे अस्थमा के लक्षणों में कमी होने लगती है। इसीलिए अस्थमा के मरीजों को हल्दी के सेवन की सलाह दी जाती है.

• हल्दी के बहुत अधिक सेवन करने से एनीमिया रोग की संभावना बढ़ जाती है और शरीर में रक्त की कमी होने लगती है।

दूध में हल्दी मिलाकर पीने से शरीर सुडौल बनता है। १ ग्लास दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर सुबह के समय पिएं। इससे शरीर का फैट कम होता है। यह वजन कम करने में सहायक होते है।

आपके अंदर इतने जीवों का निवास है जितनी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। इनमें से अधिकांश बैक्टीरिया हमारे लिए मददगार होते हैं।

पेट में गैस आदि परेशानियाँ भी पाचकाग्नि के मंद पड़ जाने के कारण होती है जो पाचन तंत्र को भी बिगाड़ देती है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को बढ़ा कर पाचन तंत्र को स्वस्थ करने में मदद करती है, जिससे गैस की समस्या से छुटकारा मिलता है।

हल्दी एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला have a peek at this web-site रंग देता है।

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